Introduction
न ही 4G की रफ़्तार, न ही 5G का शोर — जब बात करनी हो Imo की!
वैसे आपके पास पर्सनली use के लिए WhatsApp है, Google Meet है और Zoom जैसे अच्छे-अच्छे एप्लीकेशन हैं। फिर भी हम Imo को choose करते हैं।
पता है क्यों? क्योंकि poor network में भी अच्छा एक्सपीरियंस मिलता है।
वैसे तो अब हर छोटे से छोटे जगह पर ज़रूरत के हिसाब से हमें उतना नेटवर्क मिल ही जाता है, जितना हमें चाहिए। पर फिर भी कभी-कभार हम Imo को choose करते हैं।
इसमें आपको मिलता है —
एक साथ 20 मेंबर्स को जोड़ने का विकल्प
62 भाषाओं का सपोर्ट
ग्रुप मैसेजिंग
डॉक्यूमेंट शेयरिंग का विकल्प
स्टीकर सपोर्ट
क्लाउड सेविंग
तभी तो गूंजती है गाँव की गलियों से लेकर विदेश की गलियों तक — Imo की आवाज़!
Is imo a safe app?
संक्षिप्त में कहें तो — हाँ, Imo बिल्कुल सेफ़ है।
2023 में हमारी सरकार द्वारा कुछ एप्लीकेशन को बैन किया गया था, जिसमें Imo भी शामिल था। तब ऐसा न्यूज़ भी आया था कि इसका गलत उपयोग हो रहा था।
लेकिन इसका ये मतलब बिल्कुल नहीं है कि कोई इसका गलत उपयोग कर रहा है तो यह unsecure है।
नहीं, बल्कि यह secure और सुरक्षित है।
वैसे भी जिस देश की यह एप्लीकेशन है, उस देश की एप्लीकेशन को ज़्यादा सुरक्षित माना जाता है।
तो आप बेफ़िक्र होकर इसका उपयोग करें।
IMO vs WhatsApp
लोकल कॉलिंग हो या इंटरनेशनल — दोनों एप्लीकेशन आपको फ्री में सर्विस प्रोवाइड करती हैं।
सिंगल कॉल हो या मल्टीपल कॉल, दोनों ही एप्लीकेशन आपको ये सर्विस देती हैं। चाहे वो वीडियो कॉल हो या ऑडियो कॉल, इसमें कोई दिक्कत नहीं है।
अब हम आपको इन दोनों की असमानता बताते हैं —
IMO का यूज़र सीमित है, तो वहीं WhatsApp का असीमित।
IMO धीमे इंटरनेट पर भी अच्छे से वर्क करता है, तो वहीं WhatsApp अच्छे इंटरनेट पर अच्छे से वर्क करता है।
ऐसे ही कुछ समानताएँ हैं, तो कुछ असमानताएँ भी।
तो आपकी ज़रूरत की जो भी एप्लीकेशन हो, उसे use करें। उसमें कोई दोहराई नहीं है।
IMO की वैश्विक पहुंच – IMO’s Global Reach
यूज़र: 200 मिलियन
सपोर्ट: 62 लैंग्वेज
डेली यूज़र: लगभग 300 मिलियन
डाउनलोड: 1 बिलियन+
रेटिंग: 3+
सिक्योरिटी: End-to-End Encryption
मतलब आप जो भी कर रहे हों — ऑडियो कॉल या वीडियो कॉल — वो सिर्फ़ sender और receiver ही देख और सुन सकते हैं।
इसके अलावा कोई भी व्यक्ति आपके डेटा को न देख सकता है और न ही सुन सकता है।